Wednesday, 21 September 2016

नवंबर में पाकिस्तान में होने वाले सार्क सम्मेलन पर ग्रहण लगा हुआ दिख रहा है। इसकी शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पिछले महीने हुए पाक दौरे से हुई। इस दौरे में जैसी तल्खी दिखी, उससे लगा कि भारत सम्मेलन से दूरी बना सकता है। इसके कुछ ही दिन बाद भारत ने सार्क देशों के वित्त मंत्रियों की बैठक में अरुण जेटली को नहीं भेजा। उनकी जगह वित्त मंत्रालय के अधिकारी शक्तिकांत दास ने भारत का प्रतिनिधित्व किया।


इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जाने या न जाने की अटकलें शुरू हुईं। पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त गौतम बंबावाले ने संकेत दिया कि मोदी सार्क सम्मेलन में इस्लामाबाद आने के इच्छुक हैं तो विदेश मंत्रालय ने तत्काल इसका खंडन किया और कहा कि अभी प्रधानमंत्री के जाने का कार्यक्रम तय नहीं है। अब लगता है कि यह कार्यक्रम नहीं बनेगा। उरी में हुए आतंकवादी हमले के बाद इसकी संभावना बहुत कम बची है कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान जाएंगे। अधिक जानकारी के  लिए क्लिक करें @ goo.gl/SSWjDz

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