Wednesday 21 March 2018

राष्ट्रमंडल खेलों को शानदार अंत करना चाहती है सीमा पूनिया

सीमा पूनिया भले ही पूर्व में डोपिंग के कारण चर्चा में रही हो लेकिन अगले महीने होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में वह भारतीय एथलीटों में पदक की सर्वश्रेष्ठ दावेदार हैं और चक्का फेंक की यह खिलाड़ी भी इन खेलों के अपने अभियान का शानदार अंत करने के लिये प्रतिबद्ध हैं। राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में सीमा भारत की सबसे सफल एथलीट रही हैं। उन्होंने जब भी इन खेलों में हिस्सा लिया तब पदक जरूर जीता। सीमा ने सबसे पहले मेलबर्न 2006 में भाग लिया था जहां उन्होंने रजत पदक जीता। इसके बाद वह 2010 और 2014 में भी पोडियम तक पहुंची।


अब वह 34 साल की हैं लेकिन गोल्ड कोस्ट में होने वाले खेलों में पदक की प्रबल दावेदार हैं। अपने दो साल के करियर में सीमा ने तीन ओलंपिक (2004, 2012 और 2016), एक एशियाई खेल (2014) और तीन राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लिया है। गोल्ड कोस्ट में वह आखिरी बार राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेगी। उनकी निगाह 2020 ओलंपिक खेलों पर भी टिकी है। अभी अमेरिका में अभ्यास कर रही सीमा ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह मेरे चौथे राष्ट्रमंडल खेल होंगे और मुझे पूरा विश्वास है कि मैं गोल्ड कोस्ट में पदक जीत सकती हूं। अधिक जानकारी के  लिए क्लिक करें @ http://bit.ly/2DIk5mt

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