प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज महिलाओं के प्रति हिंसा
जैसी सामाजिक समस्या के संदर्भ में बच्चों को शुरूआती वर्षो में परिवार और
स्कूल में मिलने वाले संस्कार पर ध्यान की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि
उनकी सरकार ने बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के लिये कानून को सख्त बनाया है
और ऐसे अपराध के लिये अब फांसी की सजा भी हो सकती है।
प्रधानमंत्री ने कर्नाटक भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं से नरेन्द्र
मोदी एप के जरिये संवाद करते हुए कहा, ‘‘ महिलाओं के प्रति हिंसा जैसी
समस्या का समाधान हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का अहसास और जागृति में
निहित है। यह परिवार और स्कूल में बच्चों को शुरूआती वर्षों में मिलने वाले
संस्कार पर भी निर्भर करता है।’’ मोदी ने कहा कि उन्होंने 15 अगस्त को लाल
किले की प्राचीर से कहा था कि हम बेटियों से पूछते हैं कि किससे बात की,
देर से क्यों आई, क्या कर रही थी लेकिन क्या हम बेटों से पूछते हैं कि देर
से क्यों आए, देर तक बाहर क्या कर रहे थे, किसके साथ थे? @ https://bit.ly/2IhBzwp
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