सोमवार से संसद के बजट सत्र का आखिरी हफ्ता शुरू हो रहा है। पांच मार्च को
बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हुआ था और लगभग एक महीने में संसद में कोई भी
विधायी चर्चा नहीं हुई। कुछ विधेयक जरूर पास हुए और सरकार ने धन विधेयक के
रूप में लोकसभा से बजट भी पास करा लिया। पर न बजट पर चर्चा हुई और न दूसरे
विधेयकों पर चर्चा हुई। पिछले दो हफ्ते से सरकार के खिलाफ लाया गया
अविश्वास प्रस्ताव अटका हुआ है।
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन औपचारिकता के लिए हर दिन शून्य काल में जरूरी दस्तावेज रखवाने के बाद कहती हैं कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव पर नोटिस मिले हैं और उनका दायित्व है कि वे इसे सदन में रखें पर चूंकि सदन में व्यवस्था नहीं बन पा रही है इसलिए वे इसे आगे नहीं बढ़ा पा रही हैं। इसके बाद सदन स्थगित हो जाता है। हर दिन औसतन दो मिनट का समय स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को दिया है और सरकार ने एक मिनट का भी समय नहीं दिया है। सरकार भी औपचारिकता के लिए कहती है कि वह चर्चा के लिए तैयार है। इसमें ज्यादा से ज्यादा 20 सेकेंड लगते हैं। अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें! @ https://bit.ly/2ImKjgT
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन औपचारिकता के लिए हर दिन शून्य काल में जरूरी दस्तावेज रखवाने के बाद कहती हैं कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव पर नोटिस मिले हैं और उनका दायित्व है कि वे इसे सदन में रखें पर चूंकि सदन में व्यवस्था नहीं बन पा रही है इसलिए वे इसे आगे नहीं बढ़ा पा रही हैं। इसके बाद सदन स्थगित हो जाता है। हर दिन औसतन दो मिनट का समय स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को दिया है और सरकार ने एक मिनट का भी समय नहीं दिया है। सरकार भी औपचारिकता के लिए कहती है कि वह चर्चा के लिए तैयार है। इसमें ज्यादा से ज्यादा 20 सेकेंड लगते हैं। अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें! @ https://bit.ly/2ImKjgT
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