अहमदाबाद और मुंबई के बीच भारत की पहली बुलेट ट्रेन अधिकतम 350 किलोमीटर
प्रति घंटे की रफ्तार से तीन घंटे में 508 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने आज इस
महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला रखीं। इस परियोजना पर करीब 1.10 लाख
करोड़ रुपए की लागत आएगी। जापान इस परियोजना के लिए 0.1 फीसदी की मामूली
ब्याज दर से 88,000 करोड़ रुपए का कर्ज दे रहा है। सरकार भारत की
स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर 15 अगस्त 2022 को प्रस्तावित
अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल नेटवर्क की सेवाएं शुरू करना चाहती हैं।
इसे आमतौर पर बुलेट ट्रेन के नाम से जाना जाता है। बुलेट ट्रेन औसतन 320 किलोमीटर प्रति घंटे और अधिकतम 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौडेगी। अपने मार्ग पर बुलेट ट्रेन 12 रेलवे स्टेशनों पर रकेगी और वह हर स्टेशन पर केवल 165 सेकंड के लिए ही रकेगी। मुंबई में बोईसर और बीकेसी के बीच 21 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी जिसका सात किलोमीटर का हिस्सा समुद्र के अंदर होगा। रेलवे को इस परियोजना के लिए करीब 825 हेक्टेयर भूमि की ही जररत होगी। बुलेट ट्रेन का 92 फीसदी रास्ता जमीन से ऊपर होगा, छह फीसदी रास्ता सुरंगों के जरिए होगा और केवल दो फीसदी रास्ता ही जमीन पर होगा। @ http://bit.ly/2jrGvDu
इसे आमतौर पर बुलेट ट्रेन के नाम से जाना जाता है। बुलेट ट्रेन औसतन 320 किलोमीटर प्रति घंटे और अधिकतम 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौडेगी। अपने मार्ग पर बुलेट ट्रेन 12 रेलवे स्टेशनों पर रकेगी और वह हर स्टेशन पर केवल 165 सेकंड के लिए ही रकेगी। मुंबई में बोईसर और बीकेसी के बीच 21 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी जिसका सात किलोमीटर का हिस्सा समुद्र के अंदर होगा। रेलवे को इस परियोजना के लिए करीब 825 हेक्टेयर भूमि की ही जररत होगी। बुलेट ट्रेन का 92 फीसदी रास्ता जमीन से ऊपर होगा, छह फीसदी रास्ता सुरंगों के जरिए होगा और केवल दो फीसदी रास्ता ही जमीन पर होगा। @ http://bit.ly/2jrGvDu
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